Plasma meaning in hindi l Plasma therapy क्या है ?

 

प्लाज्मा क्या होता है plasma kya hota hai क्या

 plasma के द्वारा  बचाई जा सकती है covid 19 के

 मरीज की जान?

 

plasma meaning in Hindi. क्या आप लोग  प्लाज्मा के बारे में जानते हैं क्या आप यह भी जानते हैं  कि प्लाज्मा  क्यों इतना जरूरी है दोस्तों हम ऐसे ही जानकारी इस आर्टिकल में देने वाले हैं। कि plasma kya hai, plasma kya hota hai।

 

प्लाज्मा क्या है?

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प्लाज्मा खून में उपस्थित एक तत्व है और इसका रंग पीला होता है। इसकी  मदद से  शरीर के विभिन्न अंगों में  खून पहुंचता है।

जब हमारी बॉडी किसी इंफेक्शन के साथ लड़ाई करती है हमारी बॉडी में  एंटीबॉडी   उस वायरस को खोजती है  वायरस को पकड़ कर  उसके साथ लड़ते हैं।

इस विषय में कहूंगा यह तरह का सैनिक है  जो इंफेक्शन के साथ लड़ते हैं।

 

प्लाज्मा को कौन-कौन दान कर सकता है?


अधिकतर  प्लाज्मा दानकर्ताओं की  उम्र 18 वर्ष मानी जाती है और साथ-साथ उनका वजन  50 किलो होना चाहिए।   प्लाज्मा दान करने के लिए  सभी व्यक्ति को  दो मेडिकल परीक्षाओं को पास करना  मेडिकल हिस्ट्री    स्क्रीनिंग तथा  ट्रांसमिसिबल  वायरस की  परीक्षा को पास करना जरूरी होता है  ताकि इससे पहले  उनके दान में दिए गए प्लाज्मा में  प्रोटीन थेरेपी का निर्माण किया जा सके।

 

प्लाज्मा कब डोनेट करना चाहिए?


आज हमें  प्लाज्मा की जरूरत  कोविड-19  मरीजों के लिए  है  इस समय आप   प्लाज्मा को   कोविड-19  मरीजों के लिए दान  कर सकते हैं।  जब आप कोरोनावायरस से  ठीक हो जाए  इसके 20 दिन बाद  प्लाज्मा को डोनेट कर सकते हैं।



मैं प्लाज्मा कैसे दान कर सकता हूं?


आइक्युपिपी  एक प्रमाणित  प्लाज्मा संग्रह केंद्र है ।  हर एक कंपनी  सरकारी नियम  के अनुसार अलग-अलग कार्यों का  प्रबंधन करती है खोज योग्य निर्देशिका का उपयोग करते हुए  अपने आसपास केंद्र का पता लगा सकते हैं। अगर आपके पास कोई और प्रश्न है  तो आप  उनसे कॉल करके पूछ सकते हैं।

 

प्लाज्मा डोनेट करने में दर्द होता है क्या?


अधिकांश लोग  सुई को देखकर डरते हैं वे सुई की तुलना    मधुमक्खी के डंक से करते हैं।  जब आप  प्लाज्मा दान करेंगे   तो आपको अपनी   फिंगर स्टिक  टेस्ट के लिए प्रस्तुत करना हो ताकि डॉक्टर आपका   प्रोटीन और हीमोग्लोबिन को जांच सके।

 

क्या plasma डोनेट करना  सुरक्षित है?


हा  प्लाज्मा दान करना  सुरक्षित है।  क्योंकि प्लाज्मा IQPP प्रमाणित  केंद्रों में प्लाज्मा  डोनेट  शिक्षित चिकित्सक के द्वारा  नियंत्रित तथा  सुरक्षित वातावरण में किया जाता है।   प्लाज्मा संग्रहण   सफल रूप से सुरक्षित हो जाते हैं और वायरस के संक्रमण को  या फिर आपके पास आने वाले  संक्रमण को  एक बार में ही खत्म कर देते हैं।


चिकित्सा जांच और  परीक्षण कैसे किया जाता है?


आपके पास  प्रिडोनेशन  फिजिकल  होना चाहिए जिसमें आपकी मेडिकल हिस्ट्री के जवाब  जैसे एचआईवी, हिप्पो टेटस  वायरस के टेस्ट  प्रोटीन और हीमोग्लोबिन  की मात्रा का टेस्ट  शामिल होना चाहिए।

 

मेरा प्लाज्मा आपको कैसे प्राप्त होगा?


प्लाज्मा दान करना मतलब रक्तदान करना  ही है।  डॉक्टर सुई को आप की  हाथ की नस में  रखेगा।  प्लाज्मा को एक पूरी प्रक्रिया  कॉल प्लाज्माफेरिश  के। द्वारा इकट्ठा करता है और  पूरी प्रक्रिया एक चक्र में चलती है।   यह क्रिया लगभग एक  1 घंटे चलती है। प्लाज्मा को  कोशिकाओं तथा  अन्य घटकों  से  अलग किया जाता है ये  आपकी शरीर में फिर से वापस आ सकती है।  ताकि शरीर में निकाली गई  प्लाज्मा को  बदलने में  मदद कर सके।

 

इस प्रक्रिया में कितना समय लग सकता है?


आपको डोनेशन करने में  लगभग  2 घंटे लग सकते हैं। और औसत वापस  आने में   80 से 90 मिनट लग सकते हैं।

Plasma kya hai

 

आप प्लाज्मा के साथ क्या कर सकते हैं?


मानव रक्त में प्लाज्मा में   लगभग  450 से लेकर  500 तक  विभिन्न तरह के  प्रोटीन उपलब्ध है।  इनमें से लगभग 200  का उपयोग  बीमारी से लड़ने के लिए  चिकित्सा में  दान दिया जा सकता है।

 

प्लाजमा थेरेपी किस प्रकार काम करती है?


प्लाज्मा थेरेपी उन  मरीजों से एंटीबॉडी  प्लाज्मा  उपयोग करते हैं जो कोविड-19 से  पूरी तरह सही  हो गए हैं। बताया गया है कि  यह  पूर्ण   क्रिया आपके शरीर में  कोरोना वायरस से  कैसे लड़ती है

रक्त से पहले संक्रमित लेकिन पूरी तरह  मरीज से लिया जाता है  उस रक्त से  प्लाज्मा घटक को अलग कर दिया जाता है  और जिस में वायरस के खिलाफ  एंटीबॉडीज होते हैं और इस प्लाज्मा को  संक्रमित मरीज के  शरीर में   प्रवाह कर दिया जाता है।

कोरोना वायरस का मरीज  जब पूरी तरह सही हो जाता है तो उसे प्लाज़्मा दान करने के लिए  कहां जाएगा

Plasma kya hai

यह इसलिए कहा जाता है  उनके  एंटीबॉडीज का प्रयोग करके  अन्य संक्रामक रोगों का  उपचार किया जाए।

एचआईवी और अन्य  हानिकारक बीमारियों के लिए हेपेटाइटिस बी और  रक्त की पूरी तरह से जांच की जाएगी।

रक्त की पूरी तरह से जांच की जाएगी  उसकी बाद चिकित्सक उससे  प्लाज्मा निकाल लेंगे   ताकि संक्रमित व्यक्ति को इंजेक्ट किया जाए।

 

प्लाजमा थेरेपी क्या कोविड-19 का  इलाज करती है?


2021 में इसके delhi or mumbai में इसके  पॉजिटिव रिजल्ट दिखाए गए हैं, जहा covid के केस सबसे ज्यादा है।  यह उपाय  व्यक्ति को  बीमारी से निकालने में  सही साबित हुआ है।  लेकिन इसके लिए  विभिन्न  रोगों के प्रकार  और इसके प्रभाव के लिए  अधिक  रिसर्च की आवश्यकता है।

इसकी जानकारी के लिए आप विकिपीडिया  देख सकते हैं।


निष्कर्ष :


आपने plasma क्या है? plasma therapy क्या है के बारे मे  अच्छे से जान लिया है । अगर आपको इससे रिलेटेड कोई भी सवाल या राय देना चाहते है तो कमेन्ट करे। 

धन्यवाद। 


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